दिल्ली में एक के बाद एक हादसे हो रहे हैं-दिल्ली में गाजीपुर के इलाके की खबर सामने आई है कि 23 साल की महिला तनुजा अपने 3 साल के बेटे प्रियांश के साथ घर जा रही थी बारिश के कारण कॉलोनी में पानी इतना भरा था कि सड़क काऔर नाले का पता ही नहीं चल रहा था पहले तो उसका बेटा गिरा फिर उसको बचाने के लिए महिला ने खुद उसे नाले में शिलांग लगा दी| आसपास के लोगों ने बचाने की कोशिश की पर उन दोनों को बचाया न जा सका
सिस्टम की लापरवाही ने एक 3 साल के बच्चे और 23 साल की महिला की जान ले ली लोगों का कहना है कि नाले का मुंह खुला हुआ था बारिश के कारण पानी गचागच भरा हुआ था जिसकी वजह से नाले का पता नहीं चल पा रहा था पुलिस से जो जानकारी मिली है उन्होंने बताया है कि यह हादसा 7:30 बजे के करीब हुआ है 3 साल का प्रियांश और उसकी मां साथ बाजार से घर जा रहे थे नाला ना दिखाई देने के कारण प्रियांश नाले में गिर जाता हैऔर उसकी मां भी उसको बचाने के लिए नाले में कूद जाती हैजिसके चलते डूबने से दोनों की मौत हो जाती है 3 घंटे की कोशिश करने पर गोताखोरों को दोनों की डेड बॉडी मिलती है
लोगों का कहना है कि सिस्टम के लापरवाही के चलते यह हादसा हुआ है आसपास के लोगों ने यह भी सवाल खड़े किए हैं की बरसात के मौसम में जब हर साल ऐसी स्थितियां हो जाती है कि पानी घुटनोंसे भी ज्यादा भर जाता है पानी निकालने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है जो बरसात के समय नाले को खोलकर उसकी सफाई करने की क्या जरूरत है लोग काफी ज्यादा नाराज है |आक्रोशित है | सिस्टम की लापरवाही का शिकार तनुजा और उसका बेटा हुए हैं लोगों का कहना है कि प्रशासन की ओर से हर साल कोई भी काम नहीं करवाया जाता नालों की कभी भी सफाई नहीं की जातीऔर उनका शिकार लोग बन जाते हैं
लोगों ने बताया कि जब मां बेटा दोनों नाले में घुस गए तो हमने 100 नंबर पर पुलिस को बुलाया उनके पास कोई भी इक्विपमेंट नहीं थे, ना लाइट थी ना उनके पास गोताखोर थे जो उनको बाहर निकाल पाते, वह खुद ही प्रयास करते रहे, गोताखोर आए तो दो-तीन घंटे के बाद जहां पर मां बेटा गिरे थे उधर से भी 3 मीटर की दूरी पर उनकी बॉडी मिली
सोचनेकी बात है हमारे सिस्टम के लापरवाही की वजह से आए दिन दिल्ली में ऐसे हादसे होरहे हैं कुछ ही दिन पहले दिल्ली में एक और हादसा हुआ था जिसमें ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग में गए तीन छात्रों की बेसमेंट में पानी भरने से मौत हो जाती है